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। प्राचार्य अमृतचन्द्र : व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व १२.७. दशरूपक : कवि धनंजयकात! सं. - डॉ. भोलाशंकर व्यास,
चौखम्बा विद्या भवन, वाराणसी, १६५४ १२८. निजामृतपान : (प्रा. विद्या सागर कृत पद्यानुवाद) राजस्थान जैन
सभा अयपुर, १६७६ ई. प्रथमावृत्ति । १२६. पारपुराण : (पद्यरचना, पं. भूधरदास कृत जैन ग्रंथ रत्नाकर
कार्यालय, बम्बई १६०१ ई. प्रथमावृत्ति । १३०. यशस्तिलक चम्पू महाकाव्यम् : (पूर्व ग्यण्ड) अनुवादक - सम्पादका -
पं. सुन्दरलाल शास्त्री, प्रकाशक - श्री महावीर जैन ग्रंथमाला,
वाराणसी. १६६०, ई. प्रथमावृत्ति 1 १३१. हिन्दी छव प्रा : लेखक रघुनदन शामी, प्रकाशकः .. राजपाल
एण्ड सन्स, काश्मीरी गेट, दिल्ली, प्रथमावृत्ति । १३२. सिद्धांत कौमुची : (बालमनोरमा टीका - वासुदेव दीक्षित कृत)
सम्पादक - श्री गोपाल शास्त्री नेने, प्रकाशक - चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी, १९६८ ई. पंचमावृत्ति ।
कोश ग्रन्थ :१३३ अमिधान राजेन्द्र कोश : प्रकाशन स्थान - रतलाम १९३४ १३४. अमरकोष : (लिंगानुशासन सम्पादक · भट्ट विनायक, प्रकाशक
- पाण्डुरंग जीवाजी, निर्णयसागर प्रेम, बम्बई, १९२७, चतुर्थावृत्ति १३५. कन्नड प्रांतोग्य ताडपत्रीय ग्रंथ सूची : संकलयिता - के. भुजबलि
शास्त्री, प्रकाशक - भारतीय ज्ञानपीठ, कापी, १६४८ प्रथमावृत्ति । १३६. जिनरत्नकोष : (प्रथम भाग) लेखक - हरि दामोदर बेलकर,
प्रकाशन - भाण्डारकर प्राच्या विद्या संस्था, पुणे, १९४६ ई..
प्रथमावृत्ति । १३७. जैन ग्रन्थ प्रशस्ति संग्रह : (द्वितीय भाग) पं. परमानन्द जैन शास्त्री,
वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली, १९६३, प्रथमावृत्ति । १३८. जन शिलालेख संग्रह : (भाग ५) डॉ. विद्याधर जोहरापुरकर,
भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली, १९७१ प्रथमावृत्ति। १३६. जैनेन्द्र सिद्धांत कोष : भाग १, २, ३, ४,) लेखक क्षु जिनेन्द्रवर्णी,
भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, वाराणसी, १९७० ई. प्रथमावृति।