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________________ सन्दर्भ ग्रंथ सची । । ५१६ १४. पुरुषार्थ सिद्ध युपाय : सम्पादक - पं. बंद्य गंभीरमलजी, प्रकाशक ____ श्री दि. जन म्दा. मन्दिर ट्रस्ट्र, सोनगढ़ १६७४ ई. प्रथमावृत्ति। १५. पुरुषार्य सिद्ध युपाय : संपादक व टीकाकार -- श्री कृष्णा नारायण जोशी. प्रकाशक . वालचन्द कस्तूरच द धाराशिवकर (बेलगांव , १८६ ई. प्रथमावृत्ति । भगबलो आराधना : मलाराधना) मित्रकोटी आचार्य कृत, टीकापं. मदासुखदास नृत, - कपल हरावणी मेशिनल गोहाटी। ६६. ६७. रत्नकरण्ड श्रावकाचार : टीकाकार .. पं सदासुखदासजी, प्रकावा . प्र. भागेन्द्रीय दि. जैन महासमिति. दिल्ली. १६.५.१ ई. द्वितीयावनि। १८. सागरधर्मावृत सटीक : . ग्रानाधः कृत टीकाकार-पं. देवकीनंदन शास्त्री, प्रकाशका - मूलचन्द किशनदास कापड़िया, सूरत, ई. सन् १६४० प्रथमावृति। ६६. सजनविताल्लभ : प्राय मल्लिोण - मुन्शी नाथूराम लभेचू कटनी । जबलपुर : १८८६ ई. प्रथमावति । १००. श्रावकाचार संग्रह : भाग १: सम्पाटक-अनुवादक पं. ही गलाल शाश्री, प्रकाशक - जैन संस्कृति संरक्षक संघ सोलापूर, १९७६ ई. प्रथमाTI अन्य साहित्य :१०१ प्रात्मत्र मोह : अ. नंदलाल कृन (गावलि, प्रकाशक - अमीचंद सखाराम शहा गोलापुर, १६२६ ई. १.२ कादम्बरी : यशामुख सम्पादका-कृष्णामाहन ठाकुर, प्रकाशक चौखम्या संस्का नीीज, वाराणसी । १६६३ ई. चतुर्थावृत्ति । १०३. कादम्बरी : (पूर्व एवं उनर भाग) मम्पादक - पाण्य रामतेज शास्त्री प्रकाशक - पति पुस्तकालय, काशी, १६६५ ई. ।
SR No.090002
Book TitleAcharya Amrutchandra Vyaktitva Evam Kartutva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUttamchand Jain
PublisherTodarmal Granthamala Jaipur
Publication Year
Total Pages559
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, Biography, & Literature
File Size9 MB
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