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| आचार्य अमृतचन्द्र : व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व
५८. कार्तिकेयानुप्रक्षा (अनुवाद-पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री) टीका डा. ए. एन. उपाध्ये, प्रकाशक - श्री राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला ग्रेगास, १२६० ई. प्रथमावृत्ति
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कार्तिकेयानुप्रक्षा : (मूल), सम्पादक डा. ए. एन. उपाध्ये, प्रकाशक श्री राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला, अगास. १६६६ ई. प्रथमावृति ।
६०. छहढाला (सटीचा) अनुवादक - मगनलाल जैन, प्रकाशक- दि. जैन स्वा. मन्दिर ट्रस्ट सोनगढ़, १९६०. प्रथमावृत्ति |
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६१. तत्त्वानुशासन (मुनि राममेन कृत) अनुवादक - पं. जुगल किशोर मुख्तार, प्रकाशक वीर सेवा मंदिर ट्रस्ट, प्रकाशन, दिल्ली, १६६३ प्रथमावृत्ति |
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६२. निजानन्द मार्तण्ड (श्री समयसार नाटक) सम्पादक पं. मुन्नालाल इन्दौर, प्रकाशक - सेठ हीरालाल जी इन्दौर, १९४८ ।
६३. पद्मनंदिपंचविंशति सम्पादक - प्रो. ए. एन. उपाध्ये व डा. होरालाल जैन, प्रकाशक जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापुर, १६६२ ई. ।
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६४. परमात्म प्रकाश टीका (अंग्रेजी प्रस्तावना) डा ए. एन. उपाध्ये, प्रकाशक श्रीमद् राजचन्द्र जैन आश्रम, अगास १६६० ई. प्रथमावृत्ति ।
६५. परमात्मरंगिणी : (शास्त्राकार), पं. गजाधरलाल सम्पादक प्रकाशक • भा. जै. सिद्धांत प्रकाशिनी संस्था, कल हल्ला |
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६६. परमाध्यात्म रंगिणी ( पुस्तकाकार) प्रकाशक - शांतिसागर जैन सिद्धांत प्रकाशिनी संस्था महावीर जी, १३६२ ई.
६७. रहस्यपूर्ण चिट्ठी (मोक्षमार्ग प्रकाशक ग्रन्थ के साथ) प्रकाशक पं. टोडरमला ग्रन्थमाला, जयपुर १६६६, प्रथमावृत्ति |
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६८. समयप्राभृतम् (तात्पर्यवृत्ति आत्मख्याति टीका व्यापतम्। सं.पं. गजाधरलाल, प्रकाशक- भारतीय जैन सिद्धांत प्रकाशिनी संस्था काशी । १६१८ ई. प्रथमावृत्ति |
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६६. समयसार (ग्रात्मख्याति टीकाकार पं. जयचन्द, प्रकाशक - शांतिसागर जैन सिद्धांत एवं श्रुतभन्डार प्रकाशन संस्था, फलटण | १९५६ ई. प्रथमावृत्ति ।