________________ परिशिष्ट-1 दुर्लभराजा का समय निर्णय पाटण नगर वनराज चावड़ा ने वि. सं. 802 में बसाया था, बाद में वहाँ पर कौन-कौन राजा ने कितने-कितने वर्ष राज किया था। उसकी रूपपेखा इस प्रकार है: चावड़ा वंश के राजा 1. वनराज चावड़ा, राज्य काल वि. सं. 802 से 862 तक कुल 60 2. योगराज चावड़ा, राज्य काल वि. सं. 862 से 897 तक कुल 35 3. खेमराज चावड़ा, राज्य काल वि.सं. 897 से 922 तक कुल 25 4. भूवड़ चावड़ा, राज्य काल वि. सं. 922 से 951 तक कुल 29 5. वैरीसिंह चावड़ा, राज्य काल वि.सं. 951 से 976 तक कुल 25 6. रत्नादित्य चावड़ा, राज्य काल वि. सं. 976 से 991 तक कुल 15 7. सामन्तसिंह चावड़ा, राज्य काल वि. सं. 991 से 998 तक कुल 7 इस तरह चावड़ा वंश के राजाओं ने 196 वर्ष राज्य किया, अनन्तर सोलंकी वंश का राज हुआ वह क्रम इस प्रकार है: सोलंकी वंश के राजा 8. मलराज सोलंकी राज्यकाल वि.सं. 998 से 1053 तक कुल 55 वर्ष 9. चामुंडराय सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1053 से 1066 तक कुल 13 वर्ष 10. वल्लभराज सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1066 से 1066 / / तक कुल 6 मास 11. दुर्लभराज सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1066 / / से 1078 तक कुल 1172 वर्ष 12. भीमराज सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1078 से 1120 तक कुल 12 वर्ष 13. करणराज सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1120 से 1150 तक कुल 30 वर्ष 14.जयसिंह सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1150 से 1199 तक कुल 49 वर्ष 15.कुमारपाल सोलंकी राज्यकाल वि.सं. 1199 से 1230 तक कुल 31 वर्ष 16. अजयपाल सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1230 से 1266 तक कुल 36 वर्ष 17. मूलराज सोलंकी राज्यकाल वि. सं. 1266 से 1274 तक कुल 8 वर्ष इतिहास के आइने में - नवाङ्गी टीकाकार अभयदेवसूरिजी का गच्छ /081