________________ अहअन्नया रए जणिया पुत्तचि तीऐ कुलदेवी। जयसुंदरिपुत्तेणं देमि वलिं होउ मह पुत्तो // 3 // नवियवयावसेणं जाया पुन्हंपि ताण वरपुत्ता।बहुलकणसंपुन्ना सुहजणया जणणि जणयाणं५३॥ || तुहा रश विंचिंतश् दिन्नो कुलदेवयाए महपुत्तो।जयसुंदरिपुत्तेणं कह कायवा मए पूछा // 14 // एवं चिंतंतीए लको पूयाए साहुणोाउँ / नरवश्वरेण रऊ काऊण वसे करिस्सामि // 15 // श्य चिंतिऊण तीए अवसरपत्ताए पनणि राया।जो पुत्विं पमिवन्नोसो दिऊउ महवरो सामिश्६ | मग्गसुजं हियरुं देमिवरं जीवियंपिकिंबहुणाजश् एवं ता दिऊउ महरऊं पंचदियहाई // 17 // | एवत्ति पनणिकण दिन्नं तुह पिययमे मएँ रङ। पमिवन्नं तं तीए महापसाउत्ति काऊण // 10 // पालश् सा तं रऊं पत्तो रयणीए पछिमे जामे / जयसुंदरीए पुत्तं आणावर रोयमाणीएं // 12 // तन्हाविऊण बालं चंदणपुप्फकएहिं पूएबं / पमलयउवरि काउं गवर दासीएं सीसंमि॥१३॥ वच्च परियणसहिया उडाणे देवयाए नवणम्मि।वङिरतूररवेणं नच्चिर नरनारिलोएण॥१३॥ अह विजाहरवश्णा कंचणपुरसामिएण सूरेण / वच्चंतेण नहेणं दिछो सो दारगो तेण // 13 // 2 उजोयंतो गयणं दिणयरतेउव निययतेएण / गहिऊण तेण अलकं अन्नं मयबालगं मुत्तुं // 133 // नणिया सुत्ता नला जंघोवरि बालगं ठवेऊण / उहहै लहुं किसोयरि पिछसु नियदारगं जायं२३॥ 4 1 पुत्तक्षिणी / 2 मे / 3 संजुत्ता। / सोहणोवा / 5 कोण। 6 एवंति / 7 इमं / रोवमाणीए / ए देवी। 10 गहि / 11 नसु / NE.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak !