________________ श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथाय नमः श्री गौतम स्वामिने नमः पू० आ० देव श्री सिद्धर्षि गणि कृत श्री 'श्रीचन्द्र' केवलि चरित्र ओकारं बिन्दु संयुक्तं, नित्यं ध्यायन्ति योगिनः, कामदं मोक्षदं चैव, ॐकाराय नमो नमः / / ___ श्री पंचपरमेष्ठि वाचक प्रणव बीज ॐ का ध्यान धारण कर, भगवान् श्री जिनेश्वर देव तथा सद्गुरु महाराज को वन्दन करके श्री "श्री चन्द्र" केवलि चरित्र की रचना करता हूँ। श्रमण भगवान् महावीर स्वामी के प्रथम शिष्य अनन्त | लब्धि निधान गणधर श्री गौतम स्वामी ग्रामानुग्राम विचरते हुए P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust