________________ स्त्रीचरित्र. बापा तिनके वंश जासुभय पृथ्वी कॉपी // जन्में जंगल माहिं आय चित्तौरहि छीन्यो। मोरि वंश परमार मार मेवारहिं लीन्यो। हिन्दूपति हिन्दूकुल सूरज नाम धारिके। हिन्दू यशकी ध्वजा उडाई गगन फारिकै // न वयें भये खुमान पराक्रम जगमें छायो। काबुललौं करिविजय मुहम्मद कैद बनायो॥ समरसिंह भये समरसिंह भारत रखवारे। -पृथीराजसंग यवन जूझिसुरपुरी सिधारे // कर्म देवि पति राज्यपुत्रसह रक्षन कीनो। कुतुबुद्दिनहिं हराइ यवन मसिटीका दीनो॥ - करणसिंह तब यथासमय निजराज संभारयो तासुत रावल महपतिनहिं झालोरे मारयो॥ महपसिंह झालोर मारिनिजराजहि थाप्यो।