________________ भाषाटीकासहित... 189 नहीं, सो जल्द जबाब दो, रानीने यह विचार किया कि यदि मैं इन्कार करूंगी तो यह दुष्ट मुझको वलात्कार ले जायगा, इससे ऐसा उपाय करना चाहिये कि जिससे मेरी मर्यादा रहे और काम भी वनजाय यह सोचकर रानीने उत्तर मिया कि खां साहब मैं आपके साथ ब्याह करूंगी परन्तु एक पहरभर तक का समय | दीजिये कि जिससे मैं व्याह का सव सामान तैयार | कर लूं, मियां साहब यह सुनकर बहुत प्रसन्न हुये फूले | अंग न समाते थे, एक पहरभर तक का समय देकर आप | चले आये. | रानीने एक चबूतरा सजाया, और सुन्दर वस्त्र और एक दिव्य माला, पगडी और पगडो पर अमुल्य रत्नका एक तुर्रा लगानेको मियां साहबके पास भेजकर | कहा कि, आप आइये, मियां पहनकर आये और उस बबूतरे पर विठाये गये, उस समय कामातुर होकर मियां - साहस वारम्वार रानीको और देखकर प्रेमसनी वातें करते 1, थाडी ही देरमें मियां साहब का रंग विगडने लगा, "P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. - Jun Gun Aaradhak Trust.