________________ अजितसेनसे महायुद्ध. (विजयमालाकी आप्ति.) एक दिन मतिसागर आमात्यने श्रीपाल नरेन्द्रको विज्ञप्ति की कि हे नाथ! दुष्ट अजितसेन बाल्यावस्थामें ही आपको राज्यसे उठाकर स्वयं राज्याधिपति बन गया, अतः अब उसे हटाकर आप अपना राज्य ग्रहण करो तब ही आपकी विपुल ऋद्धि तथा सेना संग्रह सार्थक हो, इतना ही नहीं मगर तब ही आपका जीवन सफल समझा जा सकता है, जहां तक || आपने घोरशत्रु अजितसेनको न साधा तहां तक मानो कुछ भी नहीं साधा-यह अहेवाल सुन कर श्रीपाल भूपाल बोले-मन्त्रीराज़! तुमारा कहना यथार्थ है, अपनेको राज-नीतिके अनुसार Jun Gun Aaradhak AC.Gunratnasuri M.S.