________________ اس کے سر برتر NIAN P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. 711 YAT INT ब E AGO A Jun Gun Aaradhak Trust RAGNI E-LRUS Immm श्री शत्रजय महातीर्थ के मार्ग पर प्रयाण और चतुर्विध सघ का मनोहर दृष्य / पृष्ट 180. (मु. नि. वि. संयोजित...... विक्रम चरित्र दूसरा भाग चित्र नं. 36 ) /