________________ मा-H HEI-HTELEAK -2. - -28-02- 2-6-2-8-9-03-6 ...- न्याय, व्याकरण, साहित्य ज्ञाता पूज्यपाद प्रातः स्मर1 णीय गांभिर्यादि गुणगणालंकृत मुनिशिरोमणि . I प्रताप मुनिजी महाराज - पूज्यवर्य ? आपने इस दासका एक समय महान व्यथितावस्थासे उद्धार किया था, प्रायः स्मरण होगा। पूज्य वर्य ? उसीके .. उपलक्षमे यह मेरी छोटीसी. पुस्तिका श्राप श्रीके चरण कमलोंमें सादर समर्पित है। मापका काशीनाथ जैन - . पुति BASIA -आर मा PP. Ac. Gunratnasuri M.S. . Jun Gun Aaradhak Trust