________________ CHOOTBARAHIResised श्रीजयशेखरसूरिविरचितं श्रीनलदमयन्तीचरित्रम sensusandevedoesdesesentsnase FEELES __ फटाटोपेन ये रेजु-बूंतच्छत्रा श्वावनौ। अभ्यसर्पन ते सर्पा, यां नागदमनीमिव // 330 // की अन्थय :- ये सर्पा: फटाटोपेन अवनौ घृतछत्रा श्व रेजु: ते सर्पा: नागवमनीम् इव याम् न अभ्यसर्पन् // 330 // विवरणम :- ये सर्पाः भुजङ्गाः फटानां फणानाम् आटोपः विस्तारः फटाटोपः, तेन फटाटोपेन फणाविस्तारेण, अवनी भूमौ घृतानि छत्राणियैःतेधृतछत्राः इव रेजुःशशुभिरे। तेस: नागान् वाम्यति इति नागदमनीनागदमनकारिणीम् औषधिम् श्व यां दमयन्तीन अभ्यसर्पन // 330 // र सरलार्य :- ये सर्पा: फणाविस्तारेण भूमौ पत्रछत्रा इव शुशुभिरे। ते सर्पा: नागदमनीम् इव यां दमयन्तीं न अभ्यसप॑न् / / 330 // પછી ગુજરાતી:-હાણોના આડંબરથી જાણે (પોતાને માથે છત્રો ધરતા હોય એમ પૃથ્વીપર (ભમતા) સર્પો પણ તે દમયંતીને નાગદમની नामलीभीपपिनी मानीनतेनीसन्मुपजावीयाना.॥330॥ व हिन्दी :- फनो के विस्तार से मानोवे (अपने) सिर पर छत्र धारण करते हैं ऐसे पृथ्वीपर (भ्रमण करनेवाले) सर्प भी उस दमयंती को नागदमनी नामक औषधी के समान समझकर उसके पास भी आ नहीं सके // 330 // मराठी :- आपल्या डोक्यावर विस्तृत फणारूपी छत्र धारण करून पृथ्वीवर शोभणारे सर्प दमयंतीला मागदमनी नावाची औषधी समजून तिच्याजवळ येत नव्हते. 1330 // English - The protraction and size of a hood of a Shesha-serpent seems like an umberalla on one's head. In the same way all the types of snakes on the earth, used to take Damyanti as the deadly medicinal herb, (Nagdamni) and used to leave her alone. SEEEEEEE Jun Gun Aaradhak Trust P.P.AC. Gunratnasuri M.S.