________________ मृगापुत्र SEASEASIR // श्रीजिनाय नमः॥ // श्रीचारित्रविजयगुरुभ्यो नमः // // अथ श्रीमगापुत्रचरित्रं प्रारभ्यते // ( गूर्जरभाषांतरोपेतं ) (मूळकर्ता-श्रीशुभवर्धनगणी) भषांतर कर्ता तथा छपावी प्रसिद्ध करनार-पंडित श्रावक हीरालाल हंसराज (जामनगरवाळा) सुग्रीवनगरेऽत्रैव / भरते स्वःसमे श्रिया // बलभद्रोऽभवद्राजा। मृगेत्याख्या च तत्प्रिया // 1 // अर्थः-लक्ष्मीवढे करीने देवलोक सरखा आज भरतक्षेत्रमा सुग्रीवनामना नगरमा बलभद्रनामे राजा इतो, अने तेनी मृगानामनी राणी हती // 1 // Gunratnasur MS Jun Gun Aarad Rust