________________ धर्मः | नंगधरे जहासत्तिं // 15 // तीयाणागयसंपर-नेएणं जे जयंमि पायरिया // ते सत्वेवि मह. प्पा / वंदे परमाए नत्तिए // 16 // वंदामि वंदणिज्जे / अवज्जसंजमगुणुज्जुए धीरे / सुयसाग रमगिलाए / अनाविते नवप्नाए // 17 / / जरहेवयविदेहे / नाणा समन्निया महासत्ता // देहेवप्पम्बिधा / अखंडियवयकलाविल्ला // 17 // अधारससीलंगाण-धारया सयलगुणगणाश्ना // जे केश तीयणागय-संपकालाएगा मुणिनं // 15 // ते नगवंते तेल्लोक-पूयहाणंगए म. | हासत्ते // मणमा वणसा काए--ण वंदिमो परमविणएणं // 20 // तहा जिणसिराकेवलीणं / मणपऊवनानिहिनाणीणं // गणहरपत्तेयाणं / सयंसबुघाणनाणी. णं // 21 // चोदसपुवीण तहा / दसपुवीण य तहन्नसूरीणं // आगमववहारीणं / पुर जत्तिए विणएणं // 25 // नाणंमि दंसणंमि य / चरणंमि तमि जेल अश्यारा // तेहं बालोएम।। मणसा वयसा य कारण // 23 // काले विणए य तहा / बहुमाणुवहाण तह अनिन्हवणे // जमे वितहमणुचियं / तं निंदे तं च गरिहामि // 24 // वंजणयले तह तदु-नए य तह सुय. | हराण किश्कम्मे // जं किंचि मया एवं / वितहायरियं तयं निंदे // 25 // संका कंखा वितिगि PP.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust