________________ धर्मः / // 35 // कुलसाए कलरूएहवणं / परमेठीए न श्रावणमंतं. // अंगाए समालजणं / अंजलिणा | दीका पुष्फरहणा // 36 // श्रासणयाए पट्टस्स / पूर्वणं अंगफुसणचक्काए // सुरहिए अमयमुत्ती। प वयणमुद्दाए पमिबोहो // 37 // गरुडाए दुटरका / सोहग्गाए य मंतसोहग्गं // तह अंजलिए दे. 60 सण-मुद्दा कुणह कुजाई / / 30 // चोए एब कोई। जह किर सामाश्यंमि किं गुरुणो॥ जुत्तो वियस्स एसो / सावको विहिसमारंनो // 35 // कायवहचरणनंसा / तंमि जन तस्स नि यमन हति / / जायई य अविस्सातो / गुरूवएसेसु सीसाणं // 40 // जन एक समाही / कह वि ज हो कोश कायवहो / / तहवि हु गुरुवयंणान / श्रायरणानं य नो दुछो // 41 // वि. हिवयणं च पमाणं / सुत्तत्तं जेण गवणा गुरुणा / कड़ा जिणबिंधाणं / तं सविसयं हवश कर // 4 // अत्रह निविसयत्तं / पावेश तयं तु तेण सो जुत्तो // तश्या तह गुरुउवणे / बिष -स्स ज गजरवाश्गुणा // 3 // अन्नं च सुत्तविहिणा / संजवजयणाए बिंबवणाए // नो काय. वहाश्या / दोसा जिवनवणकहणेच // 4 // जिणनवणबिंबपूया-श्यं च न.विणा गुरुं गिही | मुणई // न य तब न कायवहो / गुरुणो दोसो य न य वुत्तो // 45 // अलमेब पसंगेणं / ठ. P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust