________________ Basese ... अर्थ:-हे शुभ प्राविके ! महान मुनिओ खरेखर एकज गृहस्थना घरमां (आहारआदिक लेवामाटे) वारंवार जता नथी, अने तमोने अमारा संबंधमा जे भ्रांति थइ छे, तेनुं रहस्य तमो सांभळो ? // 32 // प्रौढश्री पुंनाग-सुलसयोरंगजा वयं षडपि // भदिलपुरि संजाताः। सहोदरा यौवनं प्राप्ताः // 33 // ...अर्थ:-अमो छए सहोदर बन्धुओ भद्दिलपुरमा वसता विशाल लक्ष्मीवाळा पुनागशेठ तथा सुलसाना पुत्रारूपे अवतरीने यौवनवय पाम्या हता. // 33 // कृतपाणिग्रहणास्तु / भोगश्रीलालसा विलासजुषः // प्रतिबोधं संप्राप्ताः / श्रीनेमिजिनोपदेशेन // 34 // Iol. अर्थः-पछी विवाह थयावाद अमो भोगो तथा लक्ष्मीनी लालसावाळा थहने विलास करता हता. अने त्यारवाद | श्रीनेमिप्रभुना उपदेशथी अमो प्रतिबोध पाम्या. // 34 // तेनैव जिनेन समं / कुर्वाणा विहृतिमात्तजिनदीक्षाः // संप्राप्ताः पारणके / षष्ठस्यायेह हरिपुर्या 35 - अर्थ:-पछी भागवती दीक्षा लेइने तेज प्रभुसाथे विचरताथका आजे छठुने पारणे अमो अहीं द्वारिकानगरीमा आव्या छीये. // 35 // lal सद्ग्रहमाप्ताः संघा-टकत्रयेणैव पृथग्पृथक्सवें // भ्रांतिमित्यपहृत्यतौ / देवक्याः साधूनिवृत्तौ // 36 // ledECCCEEDEDEOSBE Jun Gun Aaradhi M Granasur MS. A ........