________________ परिशिष्टम्-२ भण्णति विभिण्णविसयं 13/37 भत्तोसं दंताई 5/29 भवणवइवाणमंतरजोइसियाणं 2/20 भवणिव्वेयाउ जतो 10/43 भव्वस्साणारुइणो 16/4 भव्वस्साणावीरियसंफासण- 10/28 भव्वावि एत्थ णेया 3/47 भावं विणावि एवं 14/17 भावविहूणा वण्णाइएहि 3/40 भावे अइप्पसंगो 6/6 भावेऊणऽत्ताणं 10/39 भावेणं वण्णाईहिं चेव 3/38 भावेणं वण्णाईहिं तहा 3/39 भिक्खायरियादि सुज्झति 16/16 भिक्खासद्दोऽवेवं 13/33 भिच्चावि सामिणो इय 4/21 भुवणगुरुगुणक्खाणा 2/24 भुवणगुरुणो य ठवणा 2/17 भुवणगुरूण जिणाणं भूमीपेहणजलछाणणाइ 4/11 भोगंमि कम्मवावारदारतोऽवित्थ 13/44 भोगादिफलविसेसो भोगो अणेसणीएऽसमियत्तं 15/33 भोत्तूणमुचियजोगं 5/44 भोमादी णव जीवा 14/5 मंगलदीवा य तहा 8/23 मंगलपडिसरणाई 8/24 मंताइविहाणम्मिवि 3/13 मग्गणुसारि पयाहिण मग्गणुसारी सड्ढो मग्गाणुसारिणो खलु मज्झिमगाणं तु इयं मज्झिमगाण उ दोसे मणदुष्पणिहाणादी मणवयणकायदुप्पणिहाणं मत्तगगयं अजोग्गं ममकारेऽवोच्छिण्णे मरणजयज्झवसियसुहडमरिउं ससल्लमरणं मल्लाइएहिं पूजा मा वेअणा उ तो मालोहडं तु भणियं मासाई सत्ता मिउपिंडो दव्वघडो मिच्छत्तं कुग्गहकारणंति मित्ति मिउमद्दवत्ते मुत्तासुत्ती मुद्दा मुदितादिगुणो राया मूढा अणादिमोहा मूलादिसु पुण मूलुत्तरगुणरूवस्स ताइणो मोक्खंगपत्थणा इय मोक्खत्थिणा तओ इह मोक्खद्धदुग्गगहणं मोक्खपहसामियाणं मोहाउयवज्जाणं 278 14/34 3/6 9/40 17/16 17/34 10/13 1/26 13/28 10/36 5/19 15/42 6/30 16/11 13/14 18/3 6/11 10/5 12/12 3/21 17/20 8/14 16/20 16/14 4/36 8/15 3/16 8/5 16/41 4/22