________________ 1/15 14/26 18/35 1/2 13/6 2/38 2/28 277 परदारस्स य विरई परमगुरुणो य अणहे परमो दिक्खुवयारो परलोगहियं सम्म परियट्टिए अभिहडे परिसुद्धभावओ तह परिसुद्धस्स उ तह पवरा पभावणा इह पवरेहिं साहणेहिं पव्वाविओ सियत्ति य पाणं सोवीरजवोदगाइ पाणातिपातविरमणमादी पाणातिवातपभितिसु पाणे आउक्कायं पामिच्चं जं पायं अहिण्णगंठी पायं इमीएँ जत्ते पायच्छित्तं विणओ पावं अणायरंतो पावं छिंदति जम्हा पावं ण तिव्वभावा पिंडविसुद्धादीया पितिपुत्तमाइयाणं पुढवादिघट्टणादी पुढवीकट्ठजहऽऽत्थिण्णपुरिमाण दुव्विसोज्झो पुरिमेयरतित्थयराण पुरिसेणं बुद्धिमया परिशिष्टम्-२ 12/34 12/33 10/37 13/19 10/20 4/41 8/33 9/11 7/26 10/29 10/14 1/10 10/10 15/7 5/47 19/33 13/49 2/9 पुव्वगहिएण छंदण पुव्वणिसिद्धे अण्णे पुवाउत्तं कप्पति पुदिपच्छासंथव पुव्वोइयगुणजुत्तो पूजाए कायवहो पूया वंदणमुस्सग्ग पारणा पेच्छणगावि णडादी पेच्छिस्सं इत्थमहं पेसेहिवि आरंभं पोसेइ कुसलधम्मे बंधवहं छविछेयं बंधादि असक्किरिया बंधो य संकिलेसा बज्झभावेऽवि इमं बत्तीसं आयाम बत्तीस कवल माणं बहुजणविरुद्धसंगो बहुमाणोऽवि हु एवं बारस भिक्खूपडिमा बारसविहम्मिवि तवे बाहगदोसविवक्खे बाहिं तु पुप्फपाए बिइए जाणावेउं बोंदी य एत्थ पडिमा भण्णइ जिणपूयाए भण्णइ पायच्छित्तं भण्णइ विसेसविसओ 4/16 10/48 5/28 15/30 16/21 10/24 13/12 11/38 3/15 19/3 11/26 16/3 3/4 15/31 17/31 15/32 18/10 17/42 17/35 4/6 4/23 18/2 15/26 1/49 2/27 10/7 4/42 16/38 18/25