________________ विषयानुक्रमणिका प्रथम सोपान : शुभाशंसाएँ एवं संस्मरण (क) आचार्य, मुनि, आर्यिका, क्षुल्लक एवं भट्टारक - पृ.संख्या 1. प.पू. सन्तशिरोमणि आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महाराज प.पू. राष्ट्रसंत सिद्धान्त चक्रवर्ती आचार्य श्री 108 विद्यानन्द महाराज प.पू. आचार्यश्री 108 वर्द्धमान सागर जी महाराज प.पू. गणाचार्यश्री 108 विराग सागर जी महाराज प.पू. आचार्यश्री 108 विशुद्धसागर जी महाराज प.पू. सराकोद्धारक आचार्यश्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज प.पू. पट्टाचार्य श्री 108 अनेकान्त सागर जी महाराज प.पू. वैज्ञानिक संत आचार्यश्री 108 निर्भयसागर जी महाराज प.पू. आचार्यश्री 108 विवेकसागर जी महाराज प.पू. उपाध्याय 108 उदयसागर जी महाराज प.पू. मुनिपुंगव श्री 108 सुधा सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 योग सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 समता सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 अभय सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 संभव सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 सुव्रत सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 पारस सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 श्रेयांस सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 कुन्थु सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 प्रमुख सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 पार्श्व सागर जी महाराज प.पू. मुनि श्री 108 सन्धान सागर जी महाराज प.पू. श्री 105 आर्यिका गणनी प्रमुख ज्ञानमति माता जी एवं चन्दनामति माता जी प.पू. श्री 105 आर्यिका विज्ञानमति माता जी एवं आदित्यमति माता जी प.पू. श्री 105 आर्यिका संभवमति माता जी प.पू. श्री 105 आर्यिका 105 स्वस्तिभूषण माता जी प.पू. श्री 105 क्षुल्लक ध्यान सागर जी महाराज स्वस्ति श्री चारुकीर्ति भट्टारक, श्रवणबेलगोल स्वस्ति श्री चारुकीर्ति भट्टारक, मूडविद्री स्वस्ति श्री देवेन्द्र कीर्ति भट्टारक, हुमचा स्वस्ति श्री लक्ष्मीसेन भट्टारक ज्वालामालिनी XII