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________________ ३ २५९. आवश्यक मलय प० २८०१ २६.. बावश्यक मलयगिरि वृत्ति २८१३१ क) आवश्यक मलय० वृ०प० २०११ (ख) त्रिषष्टि० १०॥३६५५३ २६२. (क) आवश्यक मलय० ० ५० २८१।१ (ख) महावीर परियं प्र० ६॥ प० १६५ २६३. (क) अह दुच्चर-लाठ-मचारी -आचारांग अ० ६, उद्दे० ३, गा० २ प्रथम श्रु. (ख) दुच्चराणि तत्व लाहिं, -आचारांग अ० ६ उद्दे० ३... २६४. वज्ज भूमि च सुम्भ-भूमि च, --आचाराग अ०६। उ०३, गा०६ २६५. आचारांग प्रथम श्रुतस्कंध, अ० ६, उद्दे ३ गा० २ से ७ २६६ बाचारांग प्रथम श्रुतस्कंध अध्य : उ० ३, गा० ७ से १० २६७. आचारांग, प्र० श्रु० ६३।११-१२ २६८. आचाराग, प्र० श्रु०६।३।१३ २६६. (क) आवश्यक नियुक्ति गा० ४८२ (ख) आवश्यक मलय० वृत्ति० १० २८१ (ग) महावीर चरियं प्र. ६, प० १६५ २७०. (क) आवश्यक मलय० २८१ (ख) महावीर चरियं० प्र० ६ ५० १६६ २७१. (क) मावश्यक मलय० प० २८२ (ख) आवश्यक नियुक्ति० गा० ४८४ (ग) त्रिषष्टि० १०॥३॥५८३-५८७ २७२. त्रिषष्टि० १०॥३॥५६५ २७३. आवश्य नियुक्ति० गा० ४८५ २७४. आवश्यक मलय० वृ०प० २८३३१ २७५. (क) आवश्यक नियुक्ति मलय० वृत्ति०५० २८३ (ख) महावीर परियं प्र० ६ ५० २१२-१३ (ग) त्रिषष्टि० १०१३।६१४-६२४ २७६. (क) आवश्यक मलय० वृत्ति० २८३ (ख) आवश्यक frयुक्ति० गा० ४८, २७७. आवश्यक मलय० वृत्ति० २८४ २७८. आवश्यक मलय० वृत्ति० ५० २८४२८५ २७६. (क) अविकाह से महावीरे, बासणत्ये अकुक्कुए । झाणं उलं आहे तिरियं च पेहमाणे समाहिमपरिन। -आचारांग १४।१०. (ख) मावश्यक मलय०५० २८५
SR No.035318
Book TitleKalpasutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni
PublisherAmar Jain Agam Shodh Samsthan
Publication Year1968
Total Pages474
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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