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आत्मवल्लभ-ग्रंथसीरीज नं०४. वंदे श्रीवीरमानन्दम् ।
श्रीवीर
एकादश गणधर पूजा
योजकजैनाचार्य श्रीमद्विजयानंदसूरीधर-पट्टधर आचार्य श्रीमद्विजयवल्लभमूरिजी महाराज ।
सेठ प्रागजी धर्मसो पोरबंदर वाले, हाल बंबईनिवासीकी सहायतासे प्रकाशित
प्रकाशकग्रंथ-भंडार, होराबाग, गिरगांव, बंबई.
मूल्य आत्म सं. ३०
सदुपयोग
3 वीर संवत २४५२
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