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सामायिक से लाभ
सामायिक से जीव को क्या लाभ होता है ? शिष्य के इस प्रश्न के उत्तर में गुरु ने कहा कि सामायिक से जीव को सावद्य योग यानी पाप-प्रवृत्ति से दूर होने रूप महाफल की प्राप्ति होती है।
इस प्रश्नोत्तर में गीतार्थ गुरु ने जो उत्तर दिया, उसे उन महा प्रज्ञावान शिष्य ने समझ लिया होगा, लेकिन साधारण लोगों की समझ में तो उक्त उत्तर तभी आ सकता है, जब कुछ विशेष स्पष्टीकरण किया जावे। गुरु ने सामायिक का फल बताते हुए न तो देव-भव सम्बन्धी सुख का प्राप्त होना कहा है, न लब्धि आदि किसी सिद्धि का ही मिलना बताया है, कि जो इसी लोक में प्रत्यक्ष किया जा सके। इसलिए इस उत्तर का स्पष्टीकरण होना और भी आवश्यक है।
कार्य का फल देखने के लिए पहले यह देखना चाहिए, कि हमारा उद्देश्य क्या है ? इसके अनुसार सामायिक के लिए भी यह देखना उचित है, कि हम सामायिक किस उद्देश्य से करते हैं। आत्मा अनादिकाल से पौद्गलिक सुख से परिचित है और इस कारण पौद्गलिक सुख के साधन ही एकत्रित करता है। श्रात्मा जैसे जैसे पौद्गलिक सुख के साधन एकत्रित करता है, वैसे ही वैसे उन साधनों के साथ लगी हुई चिन्ता से घिर कर दुःखी होता जाता है। सामायिक ऐसे दुःख से छूटने के लिए ही की जाती है। वास्तव में पौद्ल क साधनों में सुख होता, तो Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com