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________________ १३० :: :: शेष विद्या प्रकाश जिसको सात गरने पानी छानकर पीना कहते हैं। लड़की की शादी करते समय वर में इतनी बातें देखना आवश्यक है। __ (१) वर का रूप रंग। (२) वर का घर कैसा है ? (३) नगर । (४) मालदार हैं या नहीं ? (५) परिवार कैसा है ? (६) व्यापार है या नहीं ? (७) व्यवहार कैसा है ? परदेश जाते समय रविवार को तंबोल । सोमवार को दर्पण देखना । मंगलवार को धाणा । बुधवार को गुड़ । गुरुवार को राई । शुक्रवार को चणा। और शनिवार को बावडींग (उड़द) खाके जाना आना अच्छा है। जातियों के लिए दिन रविवार-राजपूत के लिये । सोमवार-नाई, माली। मंगलवार-सोनी, धोबी । बुधवार- महाजन। गुरूवार--ब्राह्मण । शुक्रवार-मुसलमान, वेश्या । शनिवार-तेली, तंबोली के वास्ते अच्छे वार हैं। प्रत्येक मास में वर्जित वस्तुएं: चैत्र में गुड़ । वैशाख में तेल । जेठ में पंय। आषाढ़ में पान पत्ता । श्रावण में दूध । भाद्रपद में छाछ । पासोज में करेला । कार्तिक में दही । मिगसर में जीरा । पौष में धणा। माह में साकर। फागन में चणा छोड़ देना अर्थात् नहीं खाना स्वास्थ्य के लिये हितकर है। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035257
Book TitleShesh Vidya Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPurnanandvijay
PublisherMarudhar Balika Vidyapith
Publication Year1970
Total Pages166
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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