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सरस्वती
[भाग ३८
कुमारी दिनेशनन्दिनी चोरड्या । इनको 'शबनम' । नामक कृति पर इस वर्ष हिन्दी-साहित्य-सम्मेलन की अोर । से ५००) का सेकस रिया-पारितोषिक मिला है।
पोलो के प्रसिद्ध खिलाड़ी जयपुर के महाराज।
श्रीयुत के० वी० सिनहा अपनी जापानी पत्नी और पुत्र के साथ । जापान में १३ वर्ष रहने के बाद श्राप हाल में इजीनियरिंग में दक्ष होकर भारत लौटे हैं।
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