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________________ श्री वासुपूज्य स्वामी जैन मन्दिर का संक्षिप्त परिचय 2 प.पू. आध्यात्मयोगी, आचार्य भगवन्त श्री कलापूर्ण सूरीश्वरजी म.सा., मुनि श्री कलाप्रभ विजयजी म.सा., मुनि श्री कीर्तिचन्द्र विजयजी म.सा., मुनि श्री कल्पतरू विजयजी म.सा. आदि ठाणा के आध्यात्मिक नगरी अजमेर में नगर-प्रवेश का चित्र। प.पू. मुनि श्री कीर्तिचन्द्र विजयजी म.सा. (वर्तमान में पंन्यास) के आशीर्वाद से ही प.पू. आचार्य श्री की पावन-निश्रा, मार्गदर्शन, आशीर्वाद एवं प्रेरणा का लाभ संघ को मिला। प.पू. पंन्यास प्रवर श्री कीर्तिचन्द्र विजयजी म.सा. तीर्थ निर्माण के अमर स्तम्भ के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगे।आपकी विलक्षण प्रतिभा से ही मन्दिर निर्माण का विरोध कर रहे कुछ भटके हुए लोगों को सन्मार्ग मिला।
SR No.035236
Book TitleSammetshikhar Vivad Kyo aur Kaisa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanraj Bhandari
PublisherVasupujya Swami Jain Shwetambar Mandir
Publication Year1998
Total Pages140
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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