SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 14
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आधार भूत ग्रन्थों की सूची १. वनौषधि दर्पण-सं० कविराज बिरजचरण गुप्ता काव्य भूषण, राजवैद्य, कूच ( विहार ) सं० १९०९. . २. मुश्रुत संहिता-हिन्दी भाषानुवाद युक्त, प्रकाशक श्यामलाल, श्रीकृष्णलाल, सन् १८९६. ३. वैद्यक शब्द सिन्धु-प्र. कविराज श्री उमेशचन्द गुप्त सन् १८९४... ४. कारिक वली---सिद्धान्त मुक्तावली सहिंता श्री विश्वनाथ पंचानन भट्टाचार्य विरचिता सन् १९१२ प्र. गु. प्रिं. प्रेस ५. कैयदेव नियण्टु-कर्ता आयुर्वेदाचार्य पं. सुरेन्द्र मोहन _B.A. वैद्य कलानिधि (कलकत्ता), प्राचार्य-दयानंदा । युर्वेदिक कॉलेज लाहौर ता. २०-३-१९२८. प्र. मेहरचंद लक्ष्मणदास, सैदमिट्ठा बाजार, लाहौर. ६.शब्दार्थ चिन्तामणि-प्रका. मेदपाटेश्वर महाराणा सा. श्री. सज्जनसिंहजो ( उदयपुर ). स. १९४० में उदय सज्जन यंत्रालय से प्रकाशित. ८. शालिग्राम निघण्टु-सं. शालिग्राम वैश्यः ( मुरादाबाद ) प्र. खेमराजः श्रीकृणदासः ( बम्बई ) सं. १९६९. ८. वाग्भट्ट-अरुणदत्त प्रणील व्याख्या सहित प्र. पाण्डुरंग जावजी (निर्णयसागर मुद्रणालय) ___ बम्बई. शकाब्द १८४६ सन् १९२५. रेवतीदान समालोचना के सम्पादन में उपरोक्त ग्रन्थों का आधार लिया है। अतः उक्त ग्रन्थों के सम्पादक एवं प्रकासकों का आभार प्रकट किया जाता है। लेखक Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035225
Book TitleRevati Dan Samalochna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnachandra Maharaj
PublisherShwetambar Sthanakwasi Jain Vir Mandal
Publication Year1935
Total Pages112
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy