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प्रश्नोत्तररत्न माळा
समीहित की सिद्धि हो सकती है और सज्जनों की कृपा का भी पूर्ण लाभ मिल सकता है। ऐसी सद्वृति सब कोई आत्महितैषी जनों के अन्तःकरण में अंकुरित हों और उसका यथेच्छ लाभ उठाने में वे भाग्यशाली बने ।
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