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________________ * १५६ * * प्रबन्धावली * the cake and shreds of beef dipped in saffron water are also used............ If oily, it is probably adlul. terated with butter grcase. आजकल केसर स्पेन, फ्रान्स, सिसिली द्वीप, आपिनाईन पहाड़ की नीची तराई ईरान और काश्मीर में पैदा होती है, इसके पुष्पकी केसर और पराग को हुसियारी से तोड़ा जाता है। फिर उसी गीलों केसर को कागज के पत्रोंपर २।३ इञ्च पूरा करके बिठाया जाता है, और उसपर एक कपड़ा ढांक कर ऊपर से एक पटिया भारी बोझ देकर दबाया जाता है। अन्दाज दो घण्टे तक इसमें खूब आंव दी जाती है कि जिसमें केसर से पसीना छूट जाय, फिर २४ घण्टे तक मन्दो आंच रहती है और उसी केसर के पिण्ड को घण्टे २ में उलटाया जाता है कि जिसमें हर तरफ अच्छी तरह शुष्क हो जावे। अपरा. धियों की दण्ड की व्यवस्था होनेपर भी बहुमूल्य के सबब से इस केसर में हरदम बहुत मिलावट करते हैं। अबतक चर्बी और मक्खन अक्सर उस केसर के पिण्ड में मिलाया जाता है और केसरको पानी में डुबो कर गोमांसका लच्छा भी भेल किया जाता है। अगर केसर में चिकनापन मालूम होवै तो मक्खन या चर्बोसे मिलावट का संभव जानना। - 'श्री जैन श्वेताम्बर कोन्फरन्स हरैल्ड' पु० २ २०७ ( जुलाई १९०६) पृ०१६३.१६५ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.035203
Book TitlePrabandhavali - Collection of Articles of Late Puranchand Nahar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPuranchand Nahar
PublisherVijaysinh Nahar
Publication Year1937
Total Pages212
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
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