________________
आगम
(४०)
भाग-4 “आवश्यक'- मूलसूत्र-१ (नियुक्ति:+चूर्णि:) 2
अध्ययनं H मूलं - /गाथा-], नियुक्ति: भाष्यं । पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधिता मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता: आगमसूत्र-[४०]मूलसूत्र [१] आवश्यकनियुक्ति: एवं जिनभद्रगणिरचिता चूर्णि-2
प्रत सत्रांक
ORED TORSCIETYPETVSNZAVI MATRANARTY2NDIRTYLLAVIATIOM/PROFER Owooooooooooooooooooooooooooooooooooooooooorg श्रीमदणधरगौतमस्वामिसंहब्ध-श्रुतकेवलिश्रीमदुभद्रबाहस्वामिसूत्रितनियुक्तिचूर्णियुतं
श्रीमजिनदासगणिमहत्तरकृतयासूत्रा समेतश्रीमदावश्यकसूत्रं (पूर्वभागः)
प्रकाशिका-जामनगरवास्तव्य श्रेष्ठिधारशीभाइदेवराजस्य सद्गतसुपुत्रलक्ष्मीचन्द्रस्यस्मरणार्थ तत्सुपुत्र चुनीलालेत्यनेन कृतेनार्थसाहाय्येन
श्रीऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेतांबरसंस्था रतलाम मुद्रथिता-इन्दौर नगरे श्री जैनबन्धुम्मुद्रणालयाधिपः श्रेष्ठी जुहारमल मिश्रीलाल पालरेचा. प्रतयः २५० वीरसंवत् २४५४ विक्रमसंवत् १९८४ क्राइस्टसन् १९२८ ग्राहकाणां पायं ४-00 8 4 0000000000000000000woooooooooooooooooooooooc00000000RF
Erowooooooooooc
दीप अनुक्रम
ETDepotooOOOOOOOOOKS
...आवश्यक-चूर्णे: मूल "टाइटल पेज"
(6)