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आगम
नमो नमो निम्मलदंसणस्स
ॐ पूज्य आनंद - क्षमा- ललित-सुशील सुधर्मसागर - गुरुभ्यो नमः
सवृत्तिक- आगम-सुत्ताणि
आगम
53710
आगम १५
“प्रज्ञापना” मूलं एवं वृत्तिः [3]
आगा
~1~
भाग
20
आगम
आगम आगम
आगम आगम आगम आगम आगम मूल संशोधक :- पूज्यपाद आगमोद्धारक आचार्यश्री आनंदसागरसूरीश्वरजी महाराजसाहेब 2 आगम 2 आगम अभिनव-संकलनकर्ता :- आगम दिवाकर मुनिश्री दीपरत्नसागरजी [M.Com., M.Ed., Ph.D., श्रुत
नागम
2 आजम + आजम के आगम पूज्य शासनप्रभावक आचार्य श्री हर्षसागरसूरिजी की प्रेरणा से 'वर्धमान जैन आगम मंदिर संस्था' पालिताणा