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________________ आगम (१५) [भाग-१८] “प्रज्ञापना” – उपांगसूत्र-४ (मूलं+वृत्ति:) पदं [१], ------------ उद्देशक: [-1, ------------दारं -1, ------------ मूलं [२४] + गाथा: (४३-७९) पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..आगमसूत्र-[१५]उपांगसूत्र-[४] "प्रज्ञापना" मूलं एवं मलयगिरि-प्रणीता वृत्ति: JO प्रत सूत्रांक [२४] गाथा: ceaeeeeeeeeeee जस्स मूलस्स भग्गस्स, हीरो भंगो(गे) पदीसए । परित्तजीवे उ से मूले, जे यावन्ने तहाविहा ॥६२।। जस्स कंदस्स भग्गस्स, हीरो भंगो पदीसए । परित्तजीवे उ से कंदे, जे यावन्ने तहाविहा ।।६३।। जस्स खंधस्स भग्गस्स, हीरो भंगो पदीसए । परित्तजीवे उसे खंधे, जे यावन्ने तहाविहा॥६४॥ जीसे तयाए भग्गाए, हीरो भंगो पदीसए । परित्तजीवा तया साउ,जे यावन्ने तहाविहा ॥६५॥ जस्स सालस्स भग्गस्स, हीरो भंगो पदीसए । परिचजीवे उ से साले, जे यावन्ने तहाविहा ॥६६॥ जस्स पवालस्स भग्गस्स, हीरोभंगो पदीसए। परित्तजीवे पवाले उ, जे यावने तहाविहा ।।६७।। जस्स पत्तस्स भग्गस्स, हीरो मंगो पदीसए । परित्तजीवे उ से पत्ते, जे यावन्ने तहाविहा ॥६८।। जस्स पुष्फस्स भग्गस्स, हीरो भंगो पदीसए । परित्तजीवे उसे पुफे, जे यावन्ने तहाविहा ॥६९॥ जस्स फलस्स भग्गस्स, हीरो भंगो पदीसए । परित्तजीवे फले से उ, जे यावन्ने तहाविहा ||७०।। जस्स बीयस्स भग्गस्स, हीरो भंगो पदीसए । परित्तजीवे उसे बीए, जे यावन्ने तहाविहा ।।७१।। जस्स मूलस्स कट्ठाओ, छल्ली बहुलतरी भवे । अणंतजीवा उ सा छल्ली, जे यावने, तहाविहा ।।७२।। जस्स कंदस्स कहाओ, छल्ली चहलतरी भवे । अणंतजीवा उ सा छल्ली, जे यावन्ने तहाविहा ।।७३|| जस्स खंधस्स कहाओ, छल्ली बहलतरी भवे । अणतजीवा उ सा छाली, जे यावन्ना तहाविहा ॥७॥ जीसे सालाए कहाओ, छल्ली बहलतरी भवे । अर्णतजीवा उ सा छली. जे यावना वहाबिहा ||७५।। जस्स मूलस्स कहाओ, छल्ली तणुययरी भवे । परित्तजीवा उ सा छल्ली, जे यावन्ना तहाविहा ।।७६।। जस्स कंदस्स कहाओ, छल्ली वणुययरी भवे। परिचजीवा उ सा छल्ली, जे यावना तहाविहा ।।७७॥ जस्स खंधस्स कहाओ, छल्ली दीप अनुक्रम [८२ ~81
SR No.035018
Book TitleSavruttik Aagam Sootraani 1 Part 18 Pragyapana Mool evam Vrutti Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherVardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
Publication Year2017
Total Pages426
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size93 MB
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