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[भाग-९] श्री भगवती-अंगसूत्रम्- भाग-२
नमो नमो निम्मलदसणस्स पूज्य श्रीआनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः
"भगवती" मूलं एवं वृत्ति: [भाग-2] (अपरनाम- "व्याख्याप्रज्ञप्ति") शतक-७ से ११
मूलं एवं अभयदेवसूरि रचित वृत्तिः ]
[आद्य संपादक: - पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर-सूरीश्वरजी म. सा. ]
(किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह) पुन: संकलनकर्ता- मुनि दीपरत्नसागर (M.Com. M.Ed., Ph.D..श्रुतमहर्षि)
28/07/2017, शुक्रवार, २०७३ श्रावण शुक्ल ५
'सवृत्तिक-आगम-सुत्ताणि' श्रेणि भाग-९
श्री आगमोद्धारक-वाचना-शताब्दी वर्ष-निमित्त 'आगम-वृत्ति-मुद्रण-प्रोजेक्ट'
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