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धन्यवादके साथ स्वीकार.
इस पुस्तक कि छपाइ में निम्न लिखित महाशयजीने द्रव्य सहायता दि है उसे यह सभा सहर्ष स्वीकार करती है. ७५) शाहा फोजमलजी ज्ञानमलजी पारेख. ५१) शाहा मोतीलालजी हीरालालजी पारख. २५) शाहा लक्ष्मीचन्दजी मूलचन्दजी पारख.
साथमें धन्यवाद भी दीया जाता है. अन्य महाशयजीको भी अपनी चंचल लक्ष्मीका अवश्य सद्उपयोग करना चाहिये । शम्
'प्रकाशक.'
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