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= = श्री गजेन्द्रप्रवचन-कार्यालय-सिरीफ १
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श्री कोरटाजी तीर्थ का इतिहास।
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(सचित्र)
सं यो जकव्याख्यानवाचस्पत्युपाध्यायमुनिराज श्री यतीन्द्रविजयजी महाराज.
प्रकाश कमुनिश्री विद्याविजयजी-सागरविजयजी के
सदुपदेश सेढूंमावत शा० सांकलचंद किसनाजी और जवानमल रखवदास, हजारीमल जोराजी
मु० नोवी (मारवाड) III मुद्रक-शाह गुलाबचंद लल्लुभाइ धी वानंद प्रिन्टिंग प्रेस-भावनगर. M श्री वीर सं० २४५६ । न श्री वि० सं० १९८७ IA श्रीराजेन्द्रसूरि सं० २३ । " । सन् १९३० इस्वी.
मूल्य-सदुपयोग। PREBEASE
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