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वराय ] বান্ধায়
[ विजाहिम वराय-वराक II, II, 2.
वामिअ-वल्मीक VI, 4, 5: ( H. वामी ) वरायअ-वृत VII, II, Io.
वाय-वाक् 1,6, 2. वरि-वरम् VI, 5, 6.
वाय-वात IV, 9,7. वरिसण-वर्षण X, 29, 9.
वायअ-वात+क I 17, 8. वरिसंत-वर्षत् I, I0, 8.
वायरण-व्याकरण I, 2, 5. वरिसाउल-वर्षाकुल IX, 14, 3.
वायवल-वात+वलय IX, I5, 6. वलिअ-वलित ( परावृत) V, 17, 9.
वायाहय-वात+आहत III,6, 6. वलित्तअ-वलि+त्रय I, 9, 6.
वार-द्वार III, 2, 2. वल्लह-वल्लभ V, 3, I0.
वारिय-वारित I, I, 8. ववहर-व्यवह इ II, I8, Io.
वावर-व्यापृ रति III, I7,4. रेइ IX, 13,2. ववहार-व्यवहार X, 29, 7.
वावल-व्यापृत VII, I, 12.( Hem. I, 2063; वस-वसा IX, II, 8.
___D. VII, 54 com. H. वावला ). वसण-व्यसन IX, 21, 9.
वावीस-द्वाविंशत् V, I0, 3. वसिअ-उषित X, I8, 9.
'वासी-कर्दम इति टिप्पणम् S.कुढारु J.X,27,6. वसियरण-वशीकरण II, 9, 4.
वाह-वाष्प VI, I, 12. वहु-वधु X, I4, II.
वाहि-जढा I, 13, 6. वंकुड-वक्र I, 2, 4. (Var.IV, 15; Hem.
वाहि-व्याधि IX, 5, 4. IV,418 ex.)
वि-अपि I, 7,5. वंकुडिय-वक्रित III, 13, 6.
वि-द्वि III, 8,7. वंचण-वञ्चना IX, I3, 4.
विदण्ण-वितीर्ण VIII, 13, 6. वंछिअ-वाञ्छित I, 2, II.
विउल-विपुल VI, 16, 7. वंदण-वन्दन V, 4, 4.
विउसग्ग-व्युत्सर्ग X,26, 18(Hem.II,174). वंदणहात्ति-वन्दन+भक्ति V, 8, I.
विओअ-वियोग VI, I, II. वंदणिज-वन्दनीय IV, 8, I.
विगय-विगत V, I7, 3. वंदीयण-वन्दीजन III, I3, 3.
विग्गह-विग्रह VII, 7, I. वंस-वंश III, 4, I.
विचित्त-विचित्र I, I4, 4. वाअ-वाक् II, 6, I.
*विच्छोय-विक्षोभ (विरह) X, I, 4. (विच्छोह वाइअ-वादिक II, II, 6.
D. VII, 62). वाइऊण-वादयित्वा I, I2, 2.
विजयद्ध-विजयार्ध, प. II, 2, I. वाइय-वाचित I, 7,7.
विजवाल-विजयपाल, पु. X, 29, 2. वाइय-वादित III, 8, 5.
विज-विद्या II, 4, 2. वाउ-वायु I, I2, 6.
विजाणाह-विद्यानाथ II, 6, I. वाउल-व्याकुल IX, 3, 8. (H. बावला).
विजाणियर-विद्या+निकर II, 2, 6. वाउवेअ-वायुवेग, पु. V, I, 3. वाएसरि-वागीश्वरी I, 2, 9.
विजावंत-विद्यावत् II, 13, I. वाडअ-वाटक VIII, 8, 3. (H. वाड़ा) विजाहर-विद्याधर V, 18, 6. वाणि-वाणी V,6,3.
विजाहिअ-विद्याधिप II, II, 4.
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