________________
VII
The story of good omen. A Brahmin sees a good omen
and dances over it. करकंड सुवंधव भणमि पई लहुं देहि पयाणउ तुरिउ तुहुं।
अइसउँणु सुहावउ सुंदरउ बहुफलई लहेसहि णारिसुहु॥ भणु कवणहो सउँणहो फलई धीर महो णारि हवेसइ खयरवार । तहो कहइ खयरु मुणि पुरउ पेक्खु फलु देह णिरुत्तउ दिन्वचक्खु कहि सउणहो फलु संपत्तु केण ता कहइ खयरु संपत्तु जेण। को वि बंभणु भुक्खउ खीणदेहु संचल्लिउ देसहो मुइवि गेहु। ते काणणि जइवरु एक दिटु तहो तोलु महंतउ मणे पहु। एहु संउणु सुहावउ मणि धरेवि सो णच्चिउ उभा कर करेवि । खेलंतु अहेडउ रायउत्तु
ता तेत्यु खणद्धे को वि पत्तु । एकल्लउ अडविहिं तुट्ठमाणु ते दिट्टउ बंभणु णच्चमाणु। पत्ता-भो विप्प भडारा भणमि पइं कि रण्णे पणञ्चहि मोकलउ ।
अह लद्धउ किं पि मणोहरउ किं भायर हूवर वावलउ ॥१॥
10
2
A prince acquires the good omen in exchange for his
___ ornaments and horse.
तहो कहइ दिएसरु सरलचित्त णउ वायगहिउ हउं होमि मित्त । गयभूसणणिवसणजंतएण आणंदमहारसु पत्तएण। पंचाणणु णिवसइ जहिं समत्यु मई सवणु सुहावउ लद्ध एत्थु ।
तहो फलई लहेसमि रायलच्छि भुजेसमि मेइणि हरियकुच्छि । 1. १ SN लइ. २ DJN सवगु. ३ DJN सवणहो. ४ S अहेटूठ.
- ६२ -
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com