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प्रश्नावली
(१) तीर्थयात्रा के लाभ विस्तार के साथ लिखो ।
(२) सामाजिक उन्नति करने और स्वदेश गौरव बढ़ाने में तीर्थ - यात्रा किस प्रकार सहायता करती है ?
(३) भारतवर्ष और जैनधर्म के इतिहास की क्या-क्या सामग्री जैन तीर्थों से उपलब्ध होती है ?
४. तीर्थों का सामान्य परिचय और यात्रा |
वही जिह्वा पवित्र है । जिससे जिनेन्द्र का नाम लिया जावे और पगों को पाने की सार्थकता तभी है जब पुण्यशाली तीर्थों की यात्रा - चन्दना की जावे । आइये पाठक हम लोग दिल्ली से अपनी परोक्ष तीर्थयात्रा प्रारम्भ करें और प्रत्येक तीर्थ और मार्ग के दर्शनीय स्थानों का परिचय प्राप्त करें ।
दिल्ली
दिल्ली भारत की राजधानी श्राज नहीं, बहुत पुराने जमाने से है। पाण्डवों के जमाने में वह इन्द्रप्रस्थ कहलाती थी । मुसलमानों ने उसे भारत की, दिहली नाम से प्रसिद्ध किया । शाहजहाँ ने उसका नाम जहानाबाद रक्खा | बोलचाल में सब लोग उसे दिल्ली कहते हैं । जैनधर्म का उससे घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है ।
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