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ललितपुर "
नं० प्राचीन नाम तीर्थ का प्रकार वर्तमान नाम व जिला
कहां से जाया
जाया है बीनाजी (?) , बीनाबारो (सागर) सागर या करेली
G.1.P. भातुकली
बाबजीमहाराज (अमरावती) अमरावती ,. रामगिरि रामटेक (नागपुर)
रामटेक Via
नागपुर G.I.P. चंदेरी
चंदेरी झांसी) राजपताना-मालवा प्रांत में भी जैनधर्म का प्राबल्य अधिक रहा है। यहीं अजमेर प्रान्तर्गत बाडली प्राम से भ० महावीर के निर्वाण से ८४ वें वर्ष का शिलालेख उपलब्ध हुआ है। इस प्रान्त में निम्नलिखित जैन तीर्थ हैं:१ बड़वानी चलगिरि सिद्धक्षेत्र बड़वानी रियासत
महू R.M.B. २ पावागिरि , ऊन (होलकर रियासत)
सनावद B.M.R. ३ सिद्धवरकूट , सिद्धवरकूट (होलकर रियासत)
मोरटक्का " ४ अजमेर (नशियां) अतिशय क्षेत्र अजमेर
अजमेर अर्ब दपर्वत " आबू पहाड़ (सिरोही रियासत)
आबूरोड
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