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________________ २४ श्री महावीर स्वामी-चरित महावीर स्वामीके श्रावकों से बारह श्रावक मुख्य थे । वे महान समृद्धि शाली थे । भगवानके दस श्रावक x उपदेशसे उन्होंने श्रावक व्रत अंगी कार किया था। उनके नाम और संक्षिप्त परिचय यहाँ दिये जाते हैं-- १-आनंद-यह वणिजक ग्रामका रहनेवाला था। इसके पास बारह करोड़ स्वर्ण मुद्राएँ थीं। गायोंके ४ गोकुल थे। २-कामदेव-यह चंपा नगरीका रहनेवाला था । इसके पास १८ करोड़ स्वर्ण मुद्राएँ थीं और ६० हजार गायोंके ६ गोकुल थे। ३-चुलनी पिता-यह काशीका रहनेवाला था। इसके पास २४ करोड़ स्वर्ण मुद्राएँ थीं और ८० हजार गायोंके ८ गोकुल थे। ४-सुरादेव-यह काशीका रहनेवाला था। इसके पास १८ करोड़ स्वर्णमुद्राएँ थीं और ६० हजार गायोंके ६ गोकुल थे । ५-चुल्लशतिक-यह आलभिका नगरीका रहनेवाला था। इसके पास १८ करोड़ स्वर्ण मुद्राएँ थीं और ६० हजार गायोंके ६ गोकुल थे। ६-कुंडगोलिक-यह कांपिल्यपुरका रहनेवाला था। इसके पास १८ करोड़ स्वर्ण मुद्राएँ और ६० हजार गायोंके ६ गोकुल थे। ७-शब्दालपुत्र-यह पौलाशपुरका रहनेवाला और x इनका पूरा चरित्र जैनरनके अगले भागों में दिया जायगा १-एक गोकुलमें १० हजार गायें रहती थीं। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034871
Book TitleJain Ratna Khand 01 ya Choubis Tirthankar Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnalal Varma
PublisherGranth Bhandar
Publication Year1935
Total Pages898
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size96 MB
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