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श्री जैन दिगम्बर मन्दिर करीब २०० वर्ष पूर्व श्री हरसुख राय जो दिहली निवासी ने बनवाया था।
यहाँ टोला उल्टा खेडा, पाण्डेश्वर महादेव, द्रौपदी कुण्ड, बाराहकुण्ड और रघुनाथ जी का महल देखने योग्य स्थान है।
अतः हस्तिनापुर प्राचीन अर्वाचीन इतिहास की दृष्टि से प्रख्यात तीर्थ है--मेरठ शहर (ईस्टर्न पंजाब रेलवे) से २५ मोल उत्तर दिशा में मोटर बस पवको सड़क से मन्दिर के निकट पहुंचती है तीर्थयात्रा कर पुण्योपार्जन को जय, श्री
आदीश्वर भगवान के वार्षिक तप के पारने की मूल भूमि हस्तिनापुर में वार्षिक तप का अक्षय तृतीया के दिन' पारना करके जन्म सफल कीजिए । यही प्रार्थना है।
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