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यशा माता १४ जानु पिता सुव्रता माता १५ विश्वसेन पिता अचिरा माता १६ सूर पिता श्री माता १७ सुदर्शन पिता देवी माता १८ कुन पिता प्रनावति माता १ए सुमित्र पिता पदमावति माता २० विजयसेन पिता बप्रा माता ? समुविजय पिता शिवा माता श्श् अश्वसेन पिता वामा माता २३ सिद्धार्थ पिता त्रिशला माता २४ ये चौवीस तीर्थंकरोके क्रमसें माता पिताके नाम जान लेने चौवीसहो तीर्थकरोके पिता राजेथे. वीसमा २० और बावीसमा ये दोनो हरिवंश कुलमे नत्पन्न हुएथे और गौतम गोत्री थे शेष २२ बावीस तीर्थंकर ईशाकुवंशमें नत्पन्न हुएथे और काश्यप गोत्री थे.
प्र.१०-श्री ऋषन्नदेवजीसे पहिला इसनरतखंममे जैन धर्म था के नही.
न.-श्री रुपनदेवजीसे पहिलां इस अवसपिणि कालमें इसनरतखंझमे जैनधर्मादि को मतकानी धर्म नहीथा इस कथनमें जैन शा. स्त्रही प्रमाणहै.
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