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6.
जैन धर्म
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लखकः
नाथूराम डोंगरीय जैन, "अवनीन्द्र" न्यायतीर्थ, पूर्व सम्पादक 'प्रकाश'
कचौरा (आगरा) निवासी श्रीमान ला० शिखर | चन्द्र मुरलीधर जी रईस की ओर से १५०० प्रतियां "जैनमित्र" के ग्राहकों व ।
अन्य महानुभावों को सप्रेम भेंट ।
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प्रथमावृत्ति
। वीर संवत् २४६७ {
उपहार
२०००
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