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[६६] लीस ४० वर्ष सामान्य पर्यायमें ८ आठ वर्ष युग प्रशनपनें रहकर ९० वर्षकी आयुः पूर्ण कर देव लोक गये।
भद्रबाहु स्वामी ४२ वर्ष संसारमें रहकर १७ सतारां वर्ष सामान्य पर्यायमें १५ वर्ष युगप्रधान पद्वी पालकर ७६ वर्षकी अवस्थामें माहावोर निर्वाण के १७० वर्ष बाद स्वर्गारूढ हुए ॥६॥ ____ इनके पाटपर श्री स्थूलिभद्रजी बैठे स्थूलिभद्र स्वामी ३० वर्ष गृहस्थ रहे २४ वर्ष सामान्य . साधुपनेमें रहै, ४५ वर्ष युग प्रधान पदमें रहे ९९ वर्षकी उमरमें श्रीवीरपरमात्माके निर्वाणसे २१५ वर्षे स्वर्गारूढ हुए ॥ ७॥ ___ स्थूलिभद्रस्वामीके पाटपर आर्यमहागिरि और-आर्यसुहस्ति सूरिजी विराजमान हुए, आर्यमहागिरि बडे त्यागी थे प्रायः जंगलोंमें रहकर आत्मसाधन किया करते थे, जिन कल्प के व्यवछेद होनेपर भी उस कल्पकी तुलना किया करते थे ! ___ आर्यमुहस्तिमरिजो वस्तिमें रहतेथे परंतु बड़े निर्लेप थे. बारांवर्षी दुष्कालमे किसी एक भिक्षा
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