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नेद मळी चौद नेद थया तेमां कल्पवासी देवना चोवीस नेद मेळवतां अमत्रीस नेद वैमानिकना थया. ए चार निकायना नेगा करीए त्यारे देवगतिना नवाणुं नेद थाय तेना प्रत्येके बेबे नेद एक पर्याप्ता अने बीजा अपर्याप्ता गणतां देवगतिना एकसोने अठ्ठाणुं नेद थाय, ते कह्या.
ए चारे गतिना मळीने संसारी जीवना पांचसेने त्रेसठ 5 ५६३ नेद वर्णवी देखाड्या.
हवे अजीवना पांचसेंने साठ नेद कहे . तेना मूळ पांच नेद . (१) धर्मास्तिकाय, (२) अधर्मास्तिकाय, (३)
आकाशास्तिकाय, (४) काळ (५) अने पूद्गलास्तिकाय. तेमां धर्मास्तिकायना आठ नेद. (१) खंध, (२) देश, (३) 3 प्रदेश, (४) अव्यथी, (५) क्षेत्रथी, (६) काळथी, (७) नावथी, अने (७) गुणथी ए आनेद धर्मास्तिकायना कह्या. तेज रीते अधर्मास्तिकायना बाठ नेद अने आकाशास्तिकायना आठ नेद ए त्रण अव्यना मळीने चोवीस नेद। थाय. हवे काळना नेद कहे डे वर्तमान समय (१), अव्यथी (२), क्षेत्रथी (३), काळथी (8), नावथी (५), अने गुणथी (६), ए काळ ऽव्यना उ नेद कह्या. ते सर्व लेगा
करीए त्यारे अरूपी अजीवना त्रीस नेद, चार अव्यना ६) मळीने थाय ते कह्या.
हवे पुद्गलास्तिकायना नेद कहे . वर्णना (५) नेद. ७ & (१) रातो, (२) धोळो, (३) लीलो, (४) पीळो, अने (५) श्याम. हवे रसना पांच नेद. (१) कमवो, (२) कषायलो
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