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उद्देशक/सूत्र
आगम सूत्र ३४, छेदसूत्र-१, निशीथ'
आगमसूत्र-३४- "निशीथ' छेदसूत्र-१- हिन्दी अनुवाद
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क्रम
विषय ०१ | गुरुमासिक प्रायश्चित्त योग्य दोष ०२ | लघुमासिक प्रायश्चित्त योग्य दोष ०३ लघुमासिक प्रायश्चित्त योग्य दोष | ०४ लघुमासिक प्रायश्चित्त योग्य दोष ०५ लघुमासिक प्रायश्चित्त योग्य दोष ०६ । गुरुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष | ०७ गरुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष ०८ | गुरुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष ०९ | गुरुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष १० गुरुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष
कहां क्या देखे? | पृष्ठ क्रम
विषय
पृष्ठ | ०५ | ११ | गुरुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष
१२ | लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष । ३२ | १३ | १३ लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष ३४ १६ | १४ | लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष । ३६
लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष २१ १६ । लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष | ४०
२२ | १७ लघचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष । ४२ | २४ | १८ लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष ४४ | २६ | १९ लघुचौमासी प्रायश्चित्त योग्य दोष - २८ | २० | | प्रायश्चित्त देने व वहन करने की विधि | ४८
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मुनि दीपरत्नसागर कृत् “(निशीथ)” आगम सूत्र-हिन्दी अनुवाद”
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