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प्राभृत/प्राभृतप्राभृत/सूत्र
आगम सूत्र १६, उपांगसूत्र-५, 'सूर्यप्रज्ञप्ति'
४५ आगम वर्गीकरण क्रम आगम का नाम
सूत्र क्रम |
आगम का नाम
।
सूत्र
०१ ।
| आचार
५
पयन्नासूत्र-२
०२
६
पयन्नासूत्र-३
सूत्रकृत् स्थान
०३
आतुरप्रत्याख्यान | महाप्रत्याख्यान | भक्तपरिज्ञा तंदुलवैचारिक संस्तारक
पयन्नासूत्र-४
समवाय
०५
भगवती
२९
पयन्नासूत्र-५ पयन्नासूत्र-६ पयन्नासूत्र-७ पयन्नासूत्र-७
०६
अंगसूत्र-१ अंगसूत्र-२ अंगसूत्र-३ अंगसूत्र-४ अंगसूत्र-५ अंगसूत्र-६ अंगसूत्र-७ अंगसूत्र-८ अंगसूत्र-९ अंगसूत्र-१० अंगसूत्र-११
ज्ञाताधर्मकथा
३०.१ | गच्छाचार
०७
उपासकदशा
३०.२ | चन्द्रवेध्यक
०८
पयन्नासूत्र-८
अंतकृत् दशा अनुत्तरोपपातिकदशा
गणिविद्या देवेन्द्रस्तव
पयन्नासूत्र-९
वीरस्तव
पयन्नासूत्र-१०
प्रश्नव्याकरणदशा ११ । विपाकश्रुत १२ औपपातिक
३४
निशीथ
उपांगसूत्र-१
बृहत्कल्प
राजप्रश्चिय
उपांगसूत्र-२
व्यवहार
१४ । जीवाजीवाभिगम
उपागसूत्र-३
३८
प्रज्ञापना सूर्यप्रज्ञप्ति
उपांगसूत्र-४ उपांगसूत्र-५
१६ ।
३९
उपांगसूत्र-६
४०
दशाश्रुतस्कन्ध जीतकल्प महानिशीथ
आवश्यक ४१.१ ।। ओघनियुक्ति ४१.२ पिंडनियुक्ति ४२ | दशवैकालिक
छेदसूत्र-१ छेदसूत्र-२ छेदसूत्र-३ छेदसूत्र-४ छेदसूत्र-५ छेदसूत्र-६ मूलसूत्र-१ मूलसूत्र-२ मूलसूत्र-२ मूलसूत्र-३ मूलसूत्र-४ चूलिकासूत्र-१ चूलिकासूत्र-२
चन्द्रप्रज्ञप्ति जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति निरयावलिका कल्पवतंसिका
उपांगसूत्र-७
१८ १९
उपागसूत्र-८
२०
उपागसूत्र-९
२१
४३
उत्तराध्ययन
उपांगसूत्र-१० उपांगसूत्र-११
४४
नन्दी
पुष्पिका पुष्पचूलिका
वृष्णिदशा २४ | चतुःशरण
अनुयोगद्वार
उपांगसूत्र-१२ पयन्नासूत्र-१
मुनि दीपरत्नसागर कृत् " (सूर्यप्रज्ञप्ति) आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद"
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