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आगम सूत्र-८, अंगसूत्र-८, 'अंतकृत् दशा'
वर्ग/अध्ययन/ सूत्रांक सूत्र - ६२
अंतगडदशा अंग में एक श्रुतस्कंध है । आठ वर्ग हैं । आठ ही दिनों में इनकी वाचना होती है । इसमें प्रथम और द्वितीय वर्ग में दस दस उद्देशक हैं, तीसरे वर्ग में तेरह उद्देशक हैं, चौथे और पाँचवें में दस-दस उद्देशक हैं, छठे वर्ग में सोलह उद्देशक हैं । सातवें वर्ग में तेरह उद्देशक हैं और आठवें वर्ग में दस उद्देशक हैं । शेष वर्णन ज्ञाताधर्मकथा के अनुसार जानना चाहिए।
वर्ग-८-का मुनि दीपरत्नसागर कृत् हिन्दी अनुवाद पूर्ण
८ - अन्तकृद्दशा-आगमसूत्र-८-हिन्दी अनुवाद पूर्ण
मुनि दीपरत्नसागर कृत् " (अंतकृद्दशा) आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद"
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