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आगम सूत्र २, अंगसूत्र-२, 'सूत्रकृत्'
श्रुतस्कन्ध/अध्ययन/उद्देश/सूत्रांक
आगमसूत्र- २- 'सूत्रकृत्' अंगसूत्र- २-हिन्दी अनुवाद
कहां क्या देखे?
क्रम
विषय
पृष्ठ क्रम
विषय
पृष्ठ
श्रुतस्कन्ध-१
श्रुतस्कन्ध-१ (चालु)
०५०
०५२
०३
०५५
०१ | समय ०२ | वैतालिय
उपसर्गपरिज्ञा | स्त्रीपरिज्ञा
नरकविभक्ति ०६ । | महावीरस्तुति कुशीलपरिभाषित
०५७
०५८
०५८
००५ | १३ | यथातथ्य ०१२ | १४ | ग्रन्थ ०१८ यज्ञीय ०२४
| १६ | गाथा ०२८
श्रुतस्कन्ध-२ ०३२ | ०१ | पुण्डरीक ०३५ | ०२ | क्रियास्थान ०३८ | ०३ | आहारपरिज्ञा ०४० ०४ | परत्याख्यानक्रिया ०४३
आचारश्रुत ०४५ - ०६ | आर्द्रकीय ०४८ | ०७ नालन्दीय
०७ ।
०७०
०८
वीर्य
०८५
०९२
०९ | धर्म
समाधि
०९६
११ ।
मार्ग
०९९
१२ | समोसरण
१०४
मुनि दीपरत्नसागर कृत्(सूत्रकृत्)- आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद"
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