________________
धन्यवाद
लाला सीताराम जैन प्रोप्राइटर फर्म लाला मल्लीमल संतलाल जैन लुधियाना अपने स्वर्गीय पिता लाला संतलाल जी की पुण्य-स्मृति में इस पुस्तक का प्रकाशन कर रहे हैं। लाला सीताराम जी भी अपने पूज्य पिता का अनुकरण करते हुये धर्म-कार्यों में बहुत उत्साह दिखाते रहते हैं। आप युवक होते हुये भी इतने निपुण हैं कि जैन बिरादरी के प्रेसिडेन्ट हैं। आपकी उदारता के लिये मैं आपका धन्यवाद करता हूँ।
रत्नचन्द्र जैन एम. ए., न्यायतीर्थ
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com