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जाहिरात। नाम.
की. रु. आ. अयोध्याजातक-भाषाटीकासमेत .... अर्घप्रकाश-भाषाटीकासमेत । इसमें तेजी-मन्दी वस्तु · देखनेका विचार भलीभाँति लिखागयाहै. .... .... ०-५ भार्यमटीय-(ज्योतिषशास्त्र) संस्कृतटीका भाषाटीकासमेत १-०. कर्णकुतूहल-सटीक तथा उदाहरणसहित । ब्रह्मपक्षीय शास्त्र
प्रन्थ .... . .... ..... ... ०-१२ करणेन्दुशेखर-इसमें व्यादि ग्रहोंकी सारणी भलीभांति
गई है। तथा मिटान्तोक्त सब विषय संक्षेपसे इसमें __ आगये हैं. .... ... .... .... ०-४ कीर्तिपञ्चाङ्ग-संवत् १९७८ का पं० महीधरशर्माकृत ।
हिमालयादि देशोंमें यही पंचाग प्रचलित है .... ....-६ . केशवीजातक-सान्वय सोदाहरण जगदीशत्रिपाठीकृत भाषा
टीकासहित । इस ग्रन्थका गणित जन्मपत्रिका बनाने में 4 अप्रूव है । ग्लेज .... .... .... केतकीपञ्चाङ्ग-शके १८४३ का । इसमें पञ्चांगका गणित
बहुत ठीक है और ग्रहण इत्यादिक बराबर मिलते हैं .... खेटकौतुक-भाषाटीकासमेत । इसमें नवाब खानखानने ___ चमत्कारिक फलदेश कहाहै. ... गर्गमनोरमा-भाषाटीकासमेत .... ___ .... ०-२ ग्रहगोचर-माषाटीका
... ०-२॥ छादकनिर्णय-व्योतिषित सुधाकरद्विवोदे संशोधित
ទី 6ខែ
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पुस्तकें मिलनेका ठिकानागंगाविष्णु श्रीकृष्णदास, " लक्ष्मी वेंकटेश्वर " छापखाना,
कल्याण-मुंबई. Fessess8888888
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